ऊँ तत् सत् ; ‘दाता’ याद है! कुछ समय पहले बात हुई कि ब्रह्म क्या है? क्या उसे महसूस किया जा सकता है? ब्रह्म की चर्चा की गयी की ब्रह्म क्या है? क्या उसे पाया…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! मैं और ब्रह्म! बहुत बार, जब कभी किसी चेतना का स्तर इतना ऊपर उठ जाए कि खुद से ऐसा एहसास होने लगे, ऐसी आवाज आने लगे, कि अहम् ब्रह्मास्मि…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! आज एक विचार करते हैं। मानिये कि एक दिन सुबह बहुत जल्दी हो गई और आप जागकर अच्छा महसूस कर रहे थे, मानो आपके चारों ओर शांति हो। अब…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! हम जीवन में कल्पना करते हैं कि कैसे जीवन मुक्ति हो। जिस जीवन के लिए आप हर पल, प्रतिपल, कुछ न कुछ संजोने की कामना करते हैं, कुछ न…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! कभी-कभी मन में विचार आता है कि इस सृष्टि के पाँच बुनियादी सत्यों में से आत्मा रुप में एक सत्य होते हुए हमारे क्या मौलिक गुण हैं। क्या गुण…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! बहुत बार जिंदगी में ऐसा होता है कि हम बहुत सारे प्रश्नों के उत्तर ढूँढते हैं। बहुत सारे प्रश्न हमारे जीवन में उठते हैं और हमारे पास उनका कोई…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! हम इस जीवन में प्रवेश करते हैं। ‘हम’ से मेरा मतलब है – आत्मा। आत्मा जो कि अनश्वर है, नश्वर नहीं हैं। ‘काल’ के अतिरिक्त, ईश्वर और जीव, जीव…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! हमारे जीवन के बहुत सारे अनुत्तरित प्रश्नों में से एक प्रश्न शायद ये भी है कि क्या भगवान है? क्या ईश्वर है? अल्लाह, खुदा, परमात्मा या गाॅड है क्या?…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! इस सृष्टि के 5 बुनियादी तत्वों में से एक बुनियादी तत्व हम हैं। हम यानि आत्मा, जो कि अनश्वर है। और हम अनश्वर भौतिक प्रकृति में, इस देह रुपी…
ऊँ तत् सत्; दाता याद है! सत्य क्या है? वास्तव में एक ही सत्य है। आप उसे परमात्मा कहें, ईश्वर कहें, अल्लाह कहें, दाता कहें, ऊँ कहें, या कुछ और। एब्सल्यूट ट्रुथ या परम सत्य…